बिलासपुर। प्रदेश के सभी प्राथमिक शालाओं में पीछले दो-तीन वर्षों से सम्पर्क फाउंडेशन के द्वारा प्रदत्त गणित ,अंग्रेजी कीट के माध्यम से स्मार्ट क्लास चलाया जा रहा है ,स्मार्ट क्लास से बच्चों को फायदा तो मिल रहा है। किसी भी अवधारणा को बच्चे कीट के माध्यम से आसानी समझ जा रहे हैं पर पिछले दो तीन वर्षों की बात करें तो परीक्षा का तरीका सम्पर्क कीट से थोड़ा अलग हो जा रहा है जिससे बच्चों को परीक्षा में परेशानी होती है। शिक्षक भी दुविधा में हैं कि परीक्षा के हिसाब से अध्यापन कराया जाय या कीट में बताये गए तरिके से।
सत्र 2018-19 की बात करें तो SLA परीक्षा के प्रश्न व स्मार्ट क्लास कीट संदर्शिका में बताये गए पाठ्यक्रम में अंतर देखने को मिला है। अंतर इस बात की कि SLA परीक्षा के अंग्रेजी विषय में ऐसा-ऐसा प्रश्न दिया गया था जो सम्पर्क कीट के माध्यम से अध्यापन कराने पर उसका जिक्र कहीं पर नहीं आता है। यह एक बहुत बड़ी समस्या है।
इस समस्या के बारे कुछ शिक्षकों ने कहा कि उनके द्वारा कार्यशाला /प्रशिक्षण में इस खामी को दूर करने के लिए सुझाव दिया जाता है पर अब तक स्थिति वैसी ही बनी हुई है।
कुछ शिक्षकों ने बताया कि सम्पर्क कीट बच्चों के लिए बहुत ही उपयोगी है पर प्रशिक्षण के तरिके में भी व्यवहारिक विसंगति है, जो शिक्षक स्मार्ट क्लास कीट का प्रशिक्षण लिये हैं ,यह उसी के भरोसे है ,बाकि शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त नहीं होना बताकर इससे बचते हैं।
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