बरसात के मौसम में विभिन्न जीव जंतुओं के आवास में पानी भर जाने के कारण कई प्रकार के जहरीले जीव बारिश से दूर व्यवस्थित पनाह के तलाश में घरों या किसी भी कार्यालय में आकर घुस गए रहते हैं। चूंकिं शालाओं में छोटे छोटे बच्चे पढ़ाई करते हैं ,जिससे अप्रिय घटना घटने की संभावना बढ़ जाती है।
कलेक्टर जिला मुंगेली के द्वारा दिनांक 31.07.19 को सर्व विकास खंड शिक्षा अधिकारी/ सर्व खंड स्त्रोत समन्वयक ,सर्व प्राचार्य /प्रधान पाठक ,सर्व अधीक्षिका के.जी.बी.व्ही / 100 सीटर कन्या छात्रावास जिला -मुंगेली को निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि बरसात के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं घट रही है। जशपुर जिले के प्राथमिक शाला ततकेला में सर्प दंश से दो विद्यार्थियों का आकस्मिक मृत्यु हो गई है। उक्त घटना के मद्देनजर शाला में सामग्री को व्यवस्थित रखा जाए तथा शाला परिसर को स्वच्छ रखा जाय।
कलेक्टर कार्यालय से जारी पत्र में निम्न निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है -
1. विद्यालय के समस्त कक्ष को प्रतिदिन शाला प्रारम्भ होने से पूर्व साफ करावें एवं यह सुनिश्चित करें कि कक्ष के अंदर किसी भी प्रकारके कीड़े-मकोड़े ,जीव-जंतु न हों।
2. शाला परिसर हर स्थिति में साफ सुथरा होना चाहिए।
3.यदि किसी विद्यालय में कक्ष की स्थिति ठीक न हो तो विद्यार्थियों को किसी भी स्थिति में उस कक्ष में न बैठायें। अति जर्जर वभवन में विद्यालय संचालित न हो।
4.मध्यान्ह भोजन योजनानातर्गत प्रतिदिन एक शिक्षक द्वारा भोजन चखा जाए तथा इसकी पंजी संधारित की जावे ।
5.विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन से पूर्व साबुन से हाथ धुलना सुनिश्चित करें।
6.शाला परिसर में स्थित गढ्ढों को समतल करें एवं पानी भरने न दें।
7 .यदि कोई विद्यार्थी बीमार होता है तो तुरंत अस्पताल तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। जपानी बुखार ,मलेरिया ,डायरिया एवं अन्य बिमारियों के रोक थाम एवं बचाव से संबंधित निर्देशों का पालन करें।
8.छात्रावास के शयन कक्ष का अवलोकन अधीक्षिका द्वारा प्रतिदिन दो बार किया जावें।
9.प्रार्थना में विद्यार्थियों को प्रतिदिन स्वास्थ्य संबंधी एवं सामान्य ज्ञान की बातें बताई जाएँ।
10.विद्यालय में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की शत -प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
11 .विद्यालय भवन के दीवारों में विद्युत प्रवाह न हो यह भी सुनिश्चित करें।
12.छात्र सुरक्षा से संबंधित अन्य आवश्यक सावधानियाँ सुनिश्चित करें।
कलेक्टर कार्यालय से जारी इस पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करें, किसी भी अप्रिय स्थिति होने पर संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे।
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