रायपुर -शायद आजादी की लड़ाई ऐसे ही लड़ी गई होगी ,हम ऐसा इस लिए कह रहे हैं क्योंकि आज देश कोरोना जैसे महामारी के दौर से गुजर रहा है और इस महामारी के कारण लागु लॉक डाउन के बीच देश के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों की सेवा और दया भाव का जो तस्वीर उभर कर आ रहा है ,उसे देखकर ऐसा लगता है , हमारे वीर -जवानों ने देश को आजाद कराने के लिए ऐसे ही लड़ाई लड़ी होगी ।
विश्व के अन्य देशों के साथ -साथ हमारा देश भी कोरोना जैसे गंभीर और खतरनाक महामारी से जूझ रहा है। शासन को कोरोना के रोकथाम व नियंत्रण के लिए कई कड़े कदम उठाने पड़े हैं। यातायात के साधनों पर रोक लगा दी गई है ,आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी प्रकार के दुकानें बंद कर दी गई है। लोगों को घर से बाहर नहीं निकले की अपील की जा रही है। काम -काज ठप पड़े है।
ऐसे में एक सौ तीस करोड़ की जनसंख्या वाले देश में लाखों दैनिक वेतन भोगी मजदूरों के सामने रोजी -रोटी की समस्या खड़ी हो गई है । घर से निकलो तो पुलिस के मार का डर और घर में रहो तो भूखों मरने की स्थति ,इन हालातों के बीच देश की कई स्वयं सेवी संस्थायें तथा लोग ऐसे गरीब ,असहाय लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था में जुटे हुए हैं, लॉक डाउन के कारण जिनका काम-धंधा बन्द पड़ा है । लोग घर -घर जाकर चावल ,आटा ,खाना बाँट रहे हैं।
लॉक डाउन के कारण काम -धंधे की तलाश में अन्य राज्य को पलायन कर गए लोग पैदल ही अपने गॉव लौटने के लिए निकल पड़े हैं। कई दिनों से भूखे -प्यासे पैदल अपने गॉव लौट रहे लोगों के लिए जिससे जो भी बन पा रहा है रस्ते में खाने -पिने की वस्तुएं दिया जा रहा है।
व्हाट्सएप्प ,फेसबुक तथा अन्य संचार के साधनों के द्वारा भूखे -प्यासे लोगों को खाना खिलाते लोगों का वीडियो वायरल हो रहा है ,कुछ लोग व्हाट्सएप्प ,फेसबुक में अपना पता व मोबाइल नंबर भी शेयर कर रहे हैं जिससे आस -पास के लोग भूखे न रहें , ऐसे लोगों का जितना भी तारीफ किया जाय ,शब्द कम ही पड़ जाएगा। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि लोग इस गंभीर परिस्थति में जाति-धर्म से ऊपर उठकर अपने को एक भारतीय के नजरिये से देख रहें हैं।
देश के विभिन्न भागों से लोगों के जो दयाभाव की तस्वीरें लगातार वायरल हो रही है ,उसे देखकर ऐसा लगता है ,मानों देश आज एक नई ऊर्जा के साथ पुनः उठ खड़ा हुआ है और कोरोना जैसे दुश्मन को परास्त कर देगा।
प्रधानमंत्री राष्ट्रिय राहत कोष में देश के बड़े -बड़े बिजनेसमेन द्वारा इस महामारी से निपटने तथा दैनिक वेतन भोगी मजदूरों के सहायता के लिए करोड़ो में दान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के एक अपील पर प्रदेश के माननीय मंत्रियों -विधायकों , सामाजिक संगठनों ,कर्मचारी संगठनों के साथ -साथ हजारों लोगों द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में दैनिक वेतन भोगी मजदूरों के लिए लाखों -करोडो में दान किया जा रहा है।
अखंड भारत ,अतुल्य भारत ,विभिन्नता में एकता आदि ,भारत की विशेषता जो हम पढ़ते थे ,आज लगता है कि यह कोई कोरी कल्पना नहीं है ,आज भी देश अखंड भारत ,अतुल्य भारत है।
अखंड भारत ,अतुल्य भारत ,विभिन्नता में एकता आदि ,भारत की विशेषता जो हम पढ़ते थे ,आज लगता है कि यह कोई कोरी कल्पना नहीं है ,आज भी देश अखंड भारत ,अतुल्य भारत है।
1 Comments
सही बात बोल रहे है आप।। आज यही लग रहा है मानो मानवता आ गई है
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