ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास के अंतर्गत लाभान्वित विद्यार्थियों का अब होगा मूल्यांकन........मूल्यांकन के आधार पर इन केटेगरी में मिलेगा प्रशंसा प्रमाण पत्र


भारत सरकार के आदेशानुसार प्रदेश में कोरोना महामारी के संक्रमण एवं रोकथाम के मद्दे नजर 13 मार्च 2020 से स्कूल ,कालेज के संचालन पर रोक लगा दिया गया है ,जो कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार हो रहे वृद्धि को देखते हुए वर्तमान में स्कूल ,कालेज संचालन पर प्रतिबंध जारी है। 

प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में जिस प्रकार वृद्धि हो रही है ,उसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि शायद ही सितंबर माह में स्कूल /कालेज का संचालन शुरू हो पाय ,परन्तु ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि भारत सरकार के अनलॉक 4 के अंतर्गत स्कूल /कालेज को खोलने का अनुमति दिया जा सकता है। 

कोरोना महामारी के इस दौर में शाला बंद के दौरान बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रदेश के शिक्षकों द्वारा स्वैच्छिक रूप से किये जा रहे प्रयास की जितनी भी प्रशंसा की जाय बहुत कम है। अब स्वैच्छिक रूप से ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास संचालित कर रहे शिक्षकों के लिए प्रशस्ति पत्र पाने का एक और मौका स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिया जा रहा है। 

दिनांक 22.09.2020 को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र अनुसार आनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास के अंतर्गत शामिल बच्चों का मूल्यांकन किया जाना है ,जिससे उक्त क्लास में शामिल बच्चों का मूल्यांकन कर उनके प्रगति का पता लगाने अलावा योजनाओं में आवश्यकता अनुसार सुधार भी किया जा सकेगा। 

माननीय प्रधानमंत्री जी 'मन की बात 'में छत्तीसगढ़ के शिक्षक का कर चुके हैं प्रशंसा -

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दौरान बंद स्कूलों के कारण बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए ,प्रदेश के शिक्षकों द्वारा जो प्रयास किया जा रहा है ,उसकी प्रशंसा पुरे देश में हो रही है। हाल ही माननीय प्रधानमंत्री जी ने मन की बात कार्यक्रम में जशपुर जिले के शिक्षक के कार्य का प्रशंसा भी किया था। 

जशपुर जिले के इस शिक्षक द्वारा मोटर साइकिल गुरु जी के अंतर्गत प्रतिदिन 70 किलो मीटर की दुरी तय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का काम किया जा रहा है। मोटर साइकिल में व्हाइट बोर्ड और थैले में चॉक ,डस्टर ,पाठ्यपुस्तक लेकर गॉव के गली /मुहल्ले में शिक्षक द्वारा नियमित क्लास लिया जा रहा है। 

ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास के माध्यम से जारी है पढ़ाई  -


लॉक डाउन के कारण लंबे समय से शाला बंद होने के कारण बच्चों का शैक्षणिक गतिविधियों से बढ़ती दुरी को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंहर दुवार पोर्टल लांच किया गया था ,इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास की व्यवस्था किया था ,जोकि अब भी जारी है। 

इस पोर्टल के माध्यम से शिक्षकों द्वारा स्वैच्छिक रूप से लगातार ऑनलाइन /ऑफलाइन कक्षाएं संचालित किया जा रहा है , बहुत से शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने अब तक 100 से 150 तक ऑनलाइन कक्षाएं ले चुके हैं ,वही ऑफलाइन क्लास पढ़ई तुंहर पारा के अंतर्गत ,मोहल्ला क्लास ,लाउडस्पीकर ,बुलटू के बोल, मोटर साइकिल गुरु जी जैसे नवाचारी शिक्षण विधियों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शिक्षकों द्वारा बच्चों का पढ़ाई जारी रखा जा रहा है। 

शिक्षकों के इस प्रयास के लिए किया चूका है सम्मानित -

लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई अनवरत जारी रखने के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 5 सितंबर को ई-प्रमाण पत्र जारी कर शिक्षकों के इस कार्य के लिए सम्मानित किया जा चूका है। जो शिक्षक 9 सितंबर के बाद ई-प्रमाण पत्र के लिए अप्लाई किये हैं ,उन्हें अक्टूबर में किसी शुभ दिन प्रशस्ति पत्र  स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया जाना है। 

इसके बारे में विस्तृत जानकारी हम आपने पिछले पोस्ट में आप लोगों से साझा कर चुके हैं। 

cgschool.in के माध्यम से होना है मूल्यांकन -


छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 22 .09.2020 जारी पत्र के अनुसार अक्टूबर माह में मूल्यांकन किया जाना है ,इसके लिए cgschool.in पोर्टल में ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास में भाग लेने विद्यार्थियों के नाम का एंट्री तथा शिक्षकों के उपलब्धियों की एंट्री का प्रावधान किया गया है।

इन बच्चों को होना है मूल्यांकन -

मूल्यांकन की एंट्री को लेकर आपके मन में एक सवाल जरूर होगा कि मूल्यांकन क्या सभी बच्चों का होना है ? छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 22 .09.2020 जारी पत्र के अनुसार मूल्यांकन उन्ही बच्चों का होना है जिन्होंने ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास में शामिल हुए थे या हो रहे हैं। 

मूल्यांकन की एंट्री हेतु होना है ऑनलाइन प्रशिक्षण -

बच्चों के नाम तथा मूल्यांकन की एंट्री कैसे किया जाना है ,इस संबंध में ऑनलाइन प्रशिक्षण राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा शीघ्र आयोजित किया जाएगा। मूल्यांकन की एंट्री अक्टूबर माह से शुरू होकर प्रतिमाह किया जाना है ,जिससे बच्चों के प्रगति का आकलन भी किया जा सकेगा। 

मूल्यांकन के आधार पर निम्न केटेगरी में मिलना है प्रशंसा प्रमाण पत्र -



जो विद्यार्थी शाला बंद के दौरान ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास में शामिल हो रहे हैं ,उनके मूल्यांकन के आधार पर पांच केटेगरी में प्रशंसा प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। शिक्षकों को अक्टूबर माह से लेकर जनवरी माह तक प्रतिमाह मूल्यांकन करना होगा। 

प्लेटिनम प्रशंसा प्रमाण पत्र -

प्लेटिनम प्रमाण पत्र उस शिक्षक को दिया जायेगा ,जो शिक्षक अक्टूबर से जनवरी माह तक लगातार 100 या उससे अधिक बच्चों का प्रतिमाह मूल्यांकन करेंगे। 

गोल्ड प्रशंसा प्रमाण पत्र -

जो शिक्षक अक्टूबर से जनवरी माह तक लगातार 75 से 100 बच्चों का मूल्यांकन करेंगे ,उन्हें गोल्ड प्रशंसा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करने की बात इस पत्र में कही गई है। 

सिल्वर प्रशंसा प्रमाण पत्र -

इसी प्रकार जो शिक्षक अक्टूबर से जनवरी माह तक लगातार 50 से 75 बच्चों का मूल्यांक कर एंट्री करेंगे ,उन्हें सिल्वर प्रशंसा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाना है। 

ब्रॉन्ज प्रशंसा प्रमाण पत्र -

इसी प्रकार जो शिक्षक अक्टूबर माह से लेकर जनवरी माह तक 25 से 50 बच्चों का लगातार मूल्यांकन करेंगे ,उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ब्रॉन्ज प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मनित किया जाना है। 

साधारण प्रशंसा प्रमाण पत्र -

ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास में पार्टिसिपेट करने वाले 10 से 20 बच्चों का मूल्यांकन जिन शिक्षकों द्वारा लगातार जनवरी माह तक किया जायेगा ,उन शिक्षकों को स्कूल शिक्षा विभाग साधारण प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित करेगा। 

स्वेच्छा से ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास संचालित करने वाले शिक्षकों को मूल्यांकन तथा उसके एंट्री के आधार पर फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। 

 👉स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र का pdf डाउनलोड करने के यहां क्लिक करें 👈


इसके अतिरिक्त विभिन्न विकास खंडों तथा संकुलों के बीच एक प्रकार की प्रतिस्पर्धा होगी तथा बच्चों के शैक्षणिक प्रगति के आधार पर इन्हें फरवरी माह में प्रमाण पत्र दिया जाना है।

पत्र में इस  जानकारी को शिक्षकों के बीच व्यापक प्रचार -प्रसार करने की बात कही गई है , अतः इस जानकारी को सभी शिक्षकों को शेयर जरूर करें। 


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