वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत निष्ठा ऑनलाइन प्रशिक्षण ,ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास असेसमेंट ,छात्रवृत्ति ,इकाई मूल्यांकन का कार्य किया जा रहा है | कलेक्टर महोदय द्वारा उक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जिले के अंतर्गत सर्व विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी,सर्व प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल/हायर सेकेंडरी को स्कूलों का संचालन शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
वैश्विक महामारी कोरोना के रोकथाम एवं नियंत्रण के मद्दे नजर भारत सरकार के आदेशानुसार मार्च 2020 से पुरे देश में शासकीय /अशासकीय स्कूल, कालेजों के संचालन पर प्रतिबन्ध लगा है ।अनलॉक के क्रम में स्कूलों का संचालन शुरू करने का निर्णय राज्य सरकार पर छोड़ दिया गया है , प्रदेश में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के मद्दे नजर शिक्षा सत्र प्रारम्भ होने के 4 -5 माह बाद भी स्कूल /कालेजों के संचालन पर प्रतिबन्ध जारी है।
स्कूलों के संचालन पर लगे प्रतिबंध के कारण मध्यान्ह भोजन,छात्रवृत्ति ,ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास असेसमेंट ,इकाई मूल्यांकन जैसे शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में समस्या आ रही है । शासन के योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही तकनीकी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए कार्यालय कलेक्टर जिला- मुंगेली द्वारा स्कूलों का संचालन प्रारम्भ करने के सम्बन्ध में पत्र जारी किया गया है |
स्कूल संचालन का आदेश जारी -
कार्यालय कलेक्टर जिला मुंगेली द्वारा विकास खंड शिक्षा अधिकारी -लोरमी ,मुंगेली ,पथरिया तथा जिले के अंतर्गत समस्त प्राचार्य , शासकीय हाई स्कूल /हायर सेकंडरी को शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन तथा छात्र हित को ध्यान में रखते हुए स्कूल संचालन के सम्बन्ध में दिनांक 31.10.2020 को आदेश जारी कर दिया गया है |
शाला संचालन के साथ -साथ कुछ आवश्यक सावधानी भी रखा जाना है ,जिसका स्पष्ट उल्लेख आदेश में किया गया है | शाला खोले जाने दौरान क्या -क्या सावधानी रखना होगा ,शिक्षकों की उपस्थिति के सम्बन्ध में क्या निर्देश हुआ है ,क्या विद्यार्थियों को शाला आने की अनुमति होगी ,इन सभी बातों को जानने के लिए इस खबर को ध्यान से जरुर पढ़ें |
स्कूल संचालन शुरू करने का कारण -
वर्तमान में छात्रवृत्ति ,निष्ठा ऑनलाइन प्रशिक्षण ,ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास असेसमेंट ,इकाई मूल्यांकन का कार्य शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है ,इन कार्यों को समय सीमा पर पूर्ण करना अनिवार्य है ,चूँकि इन कार्यों में से कुछ कार्य ऐसे हैं ,जिसको शाला में उपस्थित होकर ही समय-सीमा में सम्पन्न किया जा सकता है |
कलेक्टर कार्यालय जारी आदेश में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन तथा छात्र हित को शाला संचालन का प्रमुख कारण बताया गया है |
रोटेशन क्रम में उपस्थिति -
जब तक कोरोना महामारी के नियन्त्रण हेतु कोई वैक्सीन नही आ जाता तब तक संक्रमण का खतरा बना ही रहेगा , सोशल डिसटेंसिंग ही संक्रमण से बचने का एक मात्र उपाय है |शासन से कर्मचारियों की उपस्थिति के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट दिशा -निर्देश जारी नही हो जाता तब तक स्कूलों में शिक्षकों को रोटेशन क्रम में उपस्थिति देना है |
इससे स्पष्ट है कि पुरे स्टॉफ को शाला में नियमित उपस्थिति नही देना पड़ेगा ,बल्कि रोटेशन क्रम में उपस्थिति देना होगा |रोटेशन क्रम में उपस्थिति देने से विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन भी हो पायेगा तथा covid -19 के निर्देशों का भी पालन हो पायेगा |
ये सावधानी रखना जरुरी -
शाला में उपस्थिति देने के साथ -साथ covid -19 के सम्बन्ध में शासन द्वारा समय -समय पर जारी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा तथा उपस्थिति की नियमित रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को उलपब्ध करना होगा | covid -19 के निर्देशों में सोशल डिसटेंसिंग ,मास्क ,सेनेटाइजर शामिल है ,इस लिए मास्क ,सेनेटाइजर का उपयोग करना होगा |
विद्यार्थियों की उपस्थिति पर जारी रहेगा प्रतिबन्ध-
कार्यालय कलेक्टर जिला -मुंगेली द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे की किसी भी परिस्थिति में विद्यार्थियों को शाला नही भुलाया जाना है ।
कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ने जारी किया पत्र -
कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ,पथरिया द्वारा दिनांक 10.11.2020 को विकास खण्ड के अंतर्गत सर्व CAC को शाला संचालन के सम्बंध में आदेश जारी कर दिया गया है तथा शिक्षकों की उपस्थिति का मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।इसके साथ ही शाला भवन का रंग -रोगन ,साफ -सफाई की जानकारी भी प्रतिवेदन के माध्यम से प्रस्तुत करने को कहा गया है |
कार्यालय विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि निरिक्षण के दौरान शाला बंद या शिक्षक अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जायेगा |
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