पांचवीं पढ़ने वाला बच्चा दिलाएगा कक्षा दसवीं बोर्ड की परीक्षा........माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर ने दिया अनुमति

छत्तीसगढ़ में इस तरह पहला और अनोखा मामला सामने आया है , जहाँ कक्षा पांचवीं पढ़ने वाला 11 वर्ष 4 माह का छात्र सत्र 2020-21 में कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहा है ,बच्चे के आइक्यू टेस्ट के आधार पर तथा माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के परीक्षा एवं परीक्षाफल समिति द्वारा विचार -विमर्श के बाद सम्बन्धित छात्र को सत्र 2020-21 में कक्षा दसवीं के बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दे दी गई है |


प्रदेश में इस तरह का यह पहला मामला है ,जिससे यह चर्चा का विषय बना हुआ है ,दरअसल छात्र लिवजोत सिंह अरोरा पिता श्री गुरविन्दर सिंह अरोरा ने माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के अध्यक्ष और सचिव के पास आवेदन प्रस्तुत किया था ,जिसमे उन्होंने कहा था कि उनके बेटे का आइक्यू  उसके उम्र के अन्य बच्चों के तुलना में अधिक है | 

पिता द्वारा माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर में जो आवेदन दिया गया था ,उसमे कहा गया था कि उसके बेटे का उम्र 11 वर्ष 4 माह है , परन्तु उसका आइक्यू 16 साल के उम्र के बच्चों के बराबर है और वह कक्षा दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित होना चाहता है | आवेदन के साथ उन्होंने जिला अस्पताल ,दुर्ग का आइक्यू  जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया था |

माध्यमिक शिक्षा मंडल का यह है प्रावधान -

माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि यदि किसी विद्यार्थी का आइक्यू  उसके उम्र के अन्य बच्चों से अधिक है तो बच्चे के आइक्यू  जाँच करके बुद्धि लब्धि के आकलन के बाद उसका आइक्यू  जिस उम्र के बच्चों के बराबर है ,उसके आधार पर उसे सीधे उस उम्र के बच्चों के कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने का अनुमति दिया जा सकता है |

इसी नियम के आधार पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के परीक्षा एवं परीक्षाफल समिति द्वारा लिवजोत सिंह अरोरा के आवेदन पर विचार -विमर्श किया गया ,जिसमें जिला अस्पताल दुर्ग द्वारा बच्चे के आइक्यू  टेस्ट के रिपोर्ट का भी अध्ययन किया गया ,रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चे का आइक्यू 16 साल के बच्चे के बराबर है वह 16 साल के बराबर दिमाग और तर्कशक्ति दे सकता है |

सत्र 2020-21 में दसवीं बोर्ड परीक्षा में होगा सम्मिलित -

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा दिनांक 01/02/2021 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार लिवजोत सिंह अरोरा पिता गुरविंदर सिंह अरोरा को सत्र 2020-21 के लिए कक्षा दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति प्रदान की गई है , इस प्रकार 11 वर्ष 4 माह का लिवजोत सिंह कक्षा दसवीं का परीक्षा दिलाएगा |

बन जायेगा अनोखा रिकॉर्ड -

यदि लिवजोत सिंह अरोरा सत्र 2020-21 में कक्षा दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है तो यह अनोखा रिकॉर्ड बन जायेगा क्योंकि छत्तीसगढ़ में इस तरह का पहला मामला है ,इससे माता -पिता का नाम रोशन तो होगा ही ,इसके साथ -साथ छत्तीसगढ़ भी उन राज्यों की सूची में शामिल हो जायेगा ,जहाँ आइक्यू  टेस्ट के आधार पर किसी बच्चे को उसके उम्र की तुलना में ऊँची कक्षा के परीक्षा में शामिल किया गया है |


इन राज्यों के नाम पहले से है रिकॉर्ड -

छत्तीसगढ़ से पहले मणिपुर और बिहार जैसे राज्यों में इस तरह का रिकॉर्ड बन चूका है | मणिपुर में नौ वर्ष बच्चा कक्षा दसवीं की परीक्षा में शामिल हो चूका है ,वहीँ मणिपुर में ही बारह वर्ष का छात्र दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित हो चूका है ,इसके अतिरिक्त बिहार में नौ वर्ष का छात्र दसवीं का परीक्षा दिलाकर रिकॉर्ड बना चूका है |

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