रायपुर - प्रदेश में 11 महीने से बंद स्कूलों के पट आज से खुलेंगे | छत्तीसगढ़ शासन ने कक्षा 9 से 12 तक के कक्षाओं को खोलने का निर्णय लिया है | 13 फरवरी को आयोजित केबिनेट की बैठक में शाला सञ्चालन शुरू करने सम्बन्धी निर्णय पर मुहर लगा दी गई है | हालाँकि केंद्र सरकार द्वारा समय -समय पर जारी कोरोना नियमों को ध्यान में रखकर स्कूल खोले जायेंगे |
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण भारत सरकार द्वारा पिछले 13 मार्च से सभी प्रकार के शैक्षणिक संस्थाओं को बंद कर दिया गया था ,जोकि 11 माह बाद राज्य शासन द्वारा शाला खोलने की अनुमति दिया गया है | चूँकि कोरोना नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा ,इस लिए प्रार्थना सभा और खेल का पीरियड नही होगा |
कैंटीन बंद रहेंगे , विद्यार्थियों को घर से पानी और टिफिन साथ लेकर आना होगा , वहीँ शाला पुरे समय के बजाय 4 घंटे ही लगेंगे |
हाई /हायर सेकेंडरी स्कूलों के साथ -साथ कालेज भी खुलेंगे -
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की केबिनेट में लिए गये निर्णय के मुताबिक सोमवार ,15 फरवरी से 9 वीं से 12 वीं तक के कक्षाओं के लिए स्कूल खुलने जा रहे हैं | वहीं कालेज की कक्षाएं भी आज से शुरू हो जायेंगे | हालाँकि 10 फरवरी से प्रैक्टिकल के लिए कक्षा 10 और 12 के बच्चे पहले से ही शाला आ रहे हैं ,लेकिन अब शाला में काल खंड भी लगेंगे ,इस लिए अब कक्षा नवमीं से बारहवीं तक के सभी विद्यार्थियों को नियमित शाला आना होगा |
शाला संचालन का समय -
केबिनेट में लिए गये निर्णय में शाला संचालन के समय में कुछ कटौती की गई है ,आम तौर पर स्कूल संचालन का औसत समय 6 घंटे का होता है ,लेकिन अब 4 घंटे ही लगेंगे |
परीक्षा की तैयारी के हिसाब से पढ़ाई -
एनुअल एग्जाम हेतु 2-3 माह का समय शेष है ,शाला बंद के दौरान शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन /ऑफलाइन क्लास के माध्यम से अधिकांश कोर्स पूर्ण किया जा चूका है , इस लिए स्कूलों में पढ़ाई बोर्ड परीक्षा की तैयारी के हिसाब से होगी | विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास या किसी अवधारणा से जुड़े डाउट क्लियर कर पाएंगे |
मास्क और सेनेटाइजर जरुरी -
सभी छात्रों को मास्क पहनकर व सेनेटाइजर लेकर स्कूल आना होगा | स्कूल आने के लिए निजी स्कूलों ने यह शर्त रखी है कि सर्दी ,बुखार की जाँच भी स्कूल में एंट्री से पहले होगी। जिन छात्रों को इसके लक्षण मिलेंगे ,उन्हें घर भेज दिया जायेगा।
पहली से आठवीं तक के कक्षाएं अभी भी रहेंगे बंद -
केबिनेट में पहली से आठवीं तक के स्कूलों संचालन पर अभी भी निर्णय यथावत रखा है ,अर्थात अभी भी पहली से आठवीं तक के कक्षा का संचालन शाला में नहीं होगा | शिक्षक ऑनलाइन तथा ऑफलाइन क्लास के माध्यम विद्यार्थियों का अध्यापन जारी रखेंगे।
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