कोरोना ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को परिवार के पालन पोषण का डर सताने लगा है ,आलम यह है कि शिक्षक कोरोना से संक्रमित होने पर सोशल मिडिया के माध्यम से अपने परिवार के पालन -पोषण के लिए सिस्टम से सवाल कर रहे हैं |
आये दिन ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने से विडियो क्लिप या टेक्स्ट sms के माध्यम से शिक्षक शासन से गुहार लगा रहे हैं । ड्यूटी तो कर ही रहे हैं थोड़ा हम पर और हमारे परिवार वालों पर भी तरस खाओ सरकार ,परन्तु शासन शायद राज हट पर आमादा है।
प्रदेश में ड्यूटी के दौरान कोरोना से एक और शिक्षक की मौत हो गई | शिक्षक की मौत से हतास एक शिक्षक में सोशल मिडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि सरकारी तंत्र का भेंट चढ़ गया शिक्षा जगत का एक और अनमोल सितारा....... कहीं दूर चला गया हमसे.......लेकिन एक सन्देश दे गया कोई भी परिस्थिति हो नौकरी तो करनी है.......चाहे वो सरकारी अस्पताल ही क्यों न हो ,जहाँ वैक्सीनेशन भी चल रहा है और कोरोना जाँच भी.....|
कोरोना से एक और शिक्षक की मौत-
महासमुंद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झलप में शिक्षक लव शुक्ला की ड्यूटी लगाई गई थी , ड्यूटी के दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गए थे | कोरोना संक्रमित शिक्षक का रविवार को मौत हो गई | प्राप्त जानकारी के अनुसार 3 अप्रैल 2021 से लव शुक्ला की ड्यूटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झलप में लगाई गई थी ,जहाँ ड्यूटी के दौरान ही वे कोरोना संक्रमित हुए थे | इसके साथ ही प्रदेश में अब तक कोरोना ड्यूटी करते हुए लगभग 50 शिक्षकों की मौत हो चुकी है |
कोरोना टीका लगाने तथा 50 लाख का बीमा कवर देने की मांग -
शिक्षकों का कहना है कि शासन कोरोना से जुड़ी हर कार्य में शिक्षकों की ड्यूटी लगा रही है , परन्तु स्वस्थ विभाग के कर्मचारियों की तरह संसाधन उपलब्ध नही करा रही है ,यही कारण है कि शिक्षक लगातार संक्रमित हो रहे हैं | बिना PPE कीट के शिक्षक कोरोना ड्यूटी करने को मजबूर हैं |
कोरोना ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को सबसे ज्यादा अपने परिवार की चिंता सता रही है ,क्योंकि यदि ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से किसी तरह की अनहोनी होती है तो उनके परिवार के भरण -पोषण के लिए शासन द्वारा किसी तरह का कोई राहत नही दिया गया है |
शिक्षक लगातार कोरोना वारियर्स के रूप में मानते हुए टीका लगाने और 50 लाख का बीमा कवर देने की मांग कर रहे हैं |
बीमा कवर का मियाद खत्म -
भारत सरकार द्वारा कोरोना वारियर्स के लिए जो 50 लाख का बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है ,उसका मियाद 24 मार्च को खत्म हो गया है ,जबकि देश भर में कोरोना की दूसरी लहर उफान पर है | यदि इस बीच में किसी कोरोना वारियर्स की मृत्यु हो जाती है ,तो क्या उन्हें बीमा कवर का लाभ मीलेगा ,यह विचारणीय बिंदु है |
नई बीमा कम्पनी से चल रही बात -
मार्च 2020 में शुरू हुई बीमा कवर के माध्यम से हेल्थ वर्कर्स को 50 लाख रूपये का बीमा कवर दिया गया था , जिसकी मियाद 24 मार्च को समाप्त हो चुकी है | भारत सरकार न्यू इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी से बात कर रही है | 18 अप्रैल को भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा था कि उनकी बात न्यू इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी से चल रही है |
अब तक 287 क्लेम का भुगतान -
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना वारियर्स के लिए जो बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है ,उसके अनुसार 24 मार्च तक का बीमा क्लेम पूर्व बीमा कम्पनी द्वारा सेटल किया जायेगा ,उसके बाद कोरोना वियर्स को बीमा कवर नई कम्पनी मुहैया कराएगी |भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अनुसार बीमा कम्पनी द्वारा अब तक 287 क्लेम का भुगतान किया गया है ,परन्तु यदि आकड़ों की बात करें तो पुरे देश में अब तक हजारों कोरोना वारियर्स की जान जा चुकी है |
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