कोविड कंट्रोल रूम ड्यूटी कर रहे 15 शिक्षक कोरोना पॉजिटिव ,मचा हड़कम्प

कोरोना महामारी के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है , किसी जिले में कांटेक्ट ट्रेसिंग तो किसी जिले में कोविड जांच दल के साथ शिक्षकों की ड्यूटी लगी है , वहीं कुछ जिले में वैक्सीनेशन सेंटरों तथा कोविड कंट्रोल रूम में भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाईं गई है |


कोविड कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे शिक्षकों में उस समय हडकम्प मच गया ,जब 48 शिक्षकों में से 15 शिक्षकों का रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आया | मामला कबीरधाम जिले से है ,जहाँ कोविड कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे 15 शिक्षकों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है | प्राप्त जानकारी के अनुसार कवर्धा ,लोहारा व बोदला विकास खंड के 245 की ड्यूटी कोरोना से जुड़े कार्यों में लगाई गई है |

कर्वधा के नगर यूथ क्लब कोविड कंट्रोल रूम में शिफ्ट में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी ,जिसमे से 15 शिक्षकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है ,यह एक बड़ी लापरवाही मानी जा रही है ,क्योंकि कई शिक्षकों को एक ही कमरे में बैठक कर शिफ्ट में ड्यूटी कराई जा रही है | जाँच में और शिक्षक कोविड पॉजिटिव आ सकते हैं |

असुरक्षा के बीच कार्य करने को मजबूर शिक्षक -

छत्तीसगढ़ शाली शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवेंद्र चंद्रवंशी ने कहा है कि नगर यूथ क्लब कोरोना कंट्रोल रूम कवर्धा में बड़ी संख्या में शिक्षकों की ड्यूटी लगाईं गई है ,जबकि यह कार्य शिक्षक अपने घर पर रह कर भी कर सकते हैं ,फिर उन्हें जिला मुख्यालय बुलाने की क्या जरूरत हैं | शिक्षकों को मरीजों का सूची उपलब्ध करा दिया जाए ,शिक्षक घर पर ही रह कर फोन के माध्यम से जानकारी एकत्र कर सम्बन्धित अधिकारी को रिपोर्ट दे देंगे |

ड्यूटी से पीछे नही हटेंगे ,घर से काम करने की दें अनुमति -

शनिवार को बड़ी संख्या में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर के बाद शिक्षकों को कहना है कि जिस काम के लिए उन्हें दूर-दराज क्षेत्रों से उन्हें बुलाया जा रहा है ,उस काम को वे अपने घर पर रहते हुए भी कर सकते हैं | उन्हें मरीजों की सूची उपलब्ध करा दिया जाए ,जिससे वे फोन के माध्यम से घर पर रहकर मरीज से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |

शिक्षकों को कहना है कि वे ड्यूटी से किसी भी परिस्थिति में पीछे नही हटेंगे ,शासन प्रशासन द्वारा जो जिम्मेदारी जारी दी गई है ,उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं | भीड़ भाद वाले इलाकों में जाने से शासन प्रशासन ही मना करती है ,जबकि उनसे एक ही कमरे में बैठकर ड्यूटी कराई जा रही है |

बढ़ सकता है और खतरा -

जिस टेबल ,कुर्सी में बैठकर शिक्षकों द्वारा ड्यूटी की जा रही है ,उसमें से कई शिक्षक कोरोना संक्रमित मिले हैं ,यदि समय रहते टेबल ,कुर्सी को सेनेटाईज नही किया होगा और दूसरे शिफ्ट वाले शिक्षक उसमें बैठे होंगे तो स्थिति और खराब हो सकती है |



बीमा कवर पर अब तक कोई निर्णय नही -

शासन प्रशासन के साथ -साथ सभी लोगों को पता है शिक्षक कोरोना से जुड़े कार्यों में शुरुसे पूरी ईमानदारी के साथ ड्यूटी कर रहे हैं | ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से अब तक 300 से 400 शिक्षकों की मौत हो चुकी है ,परन्तु शासन द्वारा कोरोना वारियर्स के लिए दिए जाने वाले 50 लाख के बीमा कवर का लाभ अब तक शिक्षकों को नही दिया गया है |

शिक्षक संगठन लागातार ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों को बीमा कवर देने के लिए शासन से मांग कर रही है ,परन्तु अब तक इस मुद्दे पर शासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नही आया है |

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