कोरोना काल में बिना किसी सुरक्षा उपकरण के शासन के अन्य विभागों से कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना ड्यूटी करने और शाला बंद की स्थिति में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के कारण पुरे देश में छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाने वाले और छत्तीसगढ़ को कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए पुरस्कार दिलाने वाले शिक्षकों को अपने ही अधिकारीयों से अपमानित होना पड़ रहा है |
जिन शिक्षकों को पिछले सत्र ऑनलाइन क्लास ,मुहल्ला क्लास के लिए सम्मानित किया किया गया ,उन्हें स्थानीय स्तर के अधिकारी निम्न स्तर के शब्दों का इस्तमाल कर डांट रहे हैं ,एक जवाबदार अधिकारी द्वारा शिक्षकों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना कदापि उचित नही कहा जा सकता |
एक ओर जहाँ शिक्षामंत्री द्वारा पारा क्लास लेने वाले शिक्षकों को पुरस्कार देने की बात करते हैं तो वहीं अधिकारी विषम परिस्थितियों का सामना कर मुहल्ला क्लास संचालित कर रहे शिक्षकों का मनोंबल गिराने का काम कर रहे हैं |
बरसाती सीजन में मुहल्ला क्लास चैलेंजिंग -
बरसाती सीजन में पारा क्लास बहुत ही ज्यादा चैलेंजिंग साबित हो रहा है ,क्योंकि बारिश के साथ -साथ जहरीले जीव -जन्तुओं का का भी खतरा बना रहता है , चूँकि सार्वजनिक स्थानों पर पारा क्लास लगाया जा रहा है ,इस लिए बच्चों का बहुत ज्यादा केयर करना पड़ रहा है ,इन सब परिस्थितियों का सामना करते हुए मुहल्ला क्लास ले रही शिक्षिकाओं के लिए डीएमसी द्वारा हरामखोर जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना कहाँ तक उचित है |
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डीएमसी के बिगड़े बोल-
मामला महासमुंद जिले के सोरिद संकुल का हैं ,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएमसी सतीश नायर मुहल्ला क्लास का निरक्षण करने सोरिद संकुल पहुंचे थे ,जहाँ किसी बात को लेकर वे अपना आपा खो बैठे और मुहल्ला क्लास ले रही महिला सहायक शिक्षकों को हरामखोर कहकर डांटने लगे |
सहायक शिक्षक फेडरेशन उच्चा अधिकारीयों से करेगा शिकायत -
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए डीएमसी पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है | उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए बच्चों की जारी रखने वाले शिक्षकों का मनोबल गिराने वाले अधिकारी ,अधिकारी बनने के योग्य नही है ,उन्हें उनके मूल पद प्राचार्य के पद पर वापस कर दिया जाना चाहिए |
प्रांताध्यक्ष ने कहा कि वे जिला अध्यक्ष से इस मामले पूरी रिपोर्ट प्राप्त कर शीघ्र ही शिक्षामंत्री व डीपीआई से मुलाकात कर दोषी अधिकारी पर तत्काल कार्यवाही की मांग करेंगे |
शिक्षकों का अपमान बर्दास्त नही -
प्रांताध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन इस निंदनीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करती है | जो शिक्षक गैर शिक्षकीय कार्यों के साथ -साथ विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए नये -नये तरीके से बच्चों का पढ़ाई जारी रखने प्रयास कर रहे हैं उनका अपमान बर्दास्त नही किया जायेगा |
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