कोरोना के रोकथाम के मद्दे नजर कोरोना वैक्सीनेशन में तेजी लाने हेतु शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है | शिक्षक अपने मूल कार्य अध्यापन से परे अधिकारीयों के निर्देशानुसार कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में ड्यूटी कर रहे हैं , ऐसे में यदि कोरोना सेंटर में चोरी हो जाती है तो इसमें शिक्षकों का क्या कसूर है | कोरोना सेंटर में चोरी होने पर ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से वसूली का आदेश जारी किया गया है |
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला दुर्ग जिले के धमधा विकास खंड का है ,जहाँ कोरोना वैक्सीनेशन में चोरी हो जाने पर ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से वसूली का आदेश जारी हुआ है | ऐसे में ड्यूटी कर रहे शिक्षक ख़ासा परेशान है ,उनका कहना है कि उनकी ड्यूटी वैक्सीनेशन कार्य में सहयोग के लिए लगाया गया है न की वैक्सीनेशन सेंटर की सुरक्षा में |
हालाँकि यह स्पष्ट नही कि घटना कब का है और वसूली के सम्बन्ध में कोई लिखित आदेश जारी किया गया है या नही ,वही वसूली की शिकायत फोन के माध्यम से मुखिक रूप में विकास खंड शिक्षा अधिकारी से किया गया है |
वसूली के इस आदेश को नवीन शिक्षक संघ ब्लाक इकाई धमधा ने आड़े हाथों लिया है और ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से चोरी की लागत का वसूली किये जाने का विरोध किया है | नवीन शिक्षक संघ के अनुसार इसके बाद भी यदि शिक्षकों से दबावपूर्वक वसूली की जाती है तो ड्यूटी का बहिष्कार किया जायेगा |
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वैक्सीनेशन सेंटर में चोरी होने पर शिक्षक कैसे जिम्मेदार -
कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में शिक्षकों की ड्यूटी इस बाबत लगाया गया है ताकि वैक्सीनेशन के कार्य में तेजी आये | यदि शिक्षक वैक्सीनेशन हेतु आये आम लोगों का पंजीयन तथा नाम आदि दर्ज करते हैं तो वैक्सीन हेतु लम्बी लाइन लगाना नही पड़ता है ,जिससे अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लग पाता है | वहीं शिक्षक बिना किसी मानदेय के किसी दुसरे विभाग का कार्य सहयोग की भावना से कर रहे हैं |
यदि आदेश की बात करें तो विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में कोरोना वैक्सीनेशन कार्य में सहयोग हेतु शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की बात कही गई है न की कोरोना वैक्सीनेशन कार्य सुरक्षा में | ऐसे में कोरोना सेंटर में चोरी हो जाती है ,तो शिक्षक इसके लिए कैसे जिम्मेदार होंगे |
यह समझ से परे हैं किस आधार शिक्षकों से वसूली की बात की जा रही है ,हालाँकि वसूली सम्बन्धी आदेश लिखित में जारी किया गया है या मौखिक स्पष्ट नही है |
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नवीन शिक्षक संघ ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पास दर्ज कराया विरोध -
नवीन शिक्षक संघ ब्लाक इकाई धमधा द्वारा विकास खंड शिक्षा अधिकारी धमधा से फोनिक चर्चा कर वसूली का विरोध दर्ज करा दिया गया है |
वसूली की कार्यवाही होने पर वैक्सीनेशन सेंटर में ड्यूटी कार्य की बहिष्कार की चेतावनी -
नवीन शिक्षक संघ के अनुसार शिक्षक बिना किसी आर्थिक लाभ के सहयोग के भावना से वैक्सीनेशन कार्य में मदद कर रहे हैं ,इसके बाद भी यदि वैक्सीनेशन कार्य में ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से वसूली या अन्य कार्यवाही की जाती है तो धमधा ब्लाक सहित पुरे प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य में ड्यूटी का बहिष्कार किया जायेगा |
गैर शिक्षकीय कार्य से शिक्षकों को दूर रखने का है आदेश -
राज्य शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार शिक्षकों से किसी प्रकार का गैर शिक्षकीय कार्य नही लिया जाना है ,ताकि बच्चों का शिक्षण प्रभावित न हो ,वहीं किसी भी गैर शिक्षकीय कार्य में अन्य विभाग की तुलना में सबसे ज्यादा ड्यूटी शिक्षकों की ही लगाई जाती है | छत्तीसगढ़ शासन का शायद ही ऐसा कोई विभाग होगा जहाँ शिक्षकों की ड्यूटी न लगाई गई हो |
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इससे पहले धान खरीदी केन्द्रों में किया जा चूका है वसूली -
प्रदेश में इससे पहले सन 2012 से 2015 के बीच धान खरीदी केन्द्रों में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी | धान खरीदी तथा उठाव किये गये धान की मात्रा में अंतर आने पर उस समय के तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी पथरिया द्वारा समिति के साथ -साथ ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से वसूली का आदेश जारी किया गया था | जिन समिति या शिक्षकों ने अंतर राशि का भरपाई नही किये थे ,उन पर FIR भी दर्ज करा दी थी |
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