रायपुर - 20 जुलाई 2021 को होने वाले कैबिनेट की बैठक में शाला खोले जाने के निर्णय को लेकर जो कयास लगाये जा रहे थे ,अंततः उस पर कैबिनेट का मुहर लग गया है | कल अर्थात 20 जुलाई को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कैबिनेट की बैठक में कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए शाला खोलने का निर्णय लिया गया है ,परन्तु कक्षाएं शुरू होने से पहले शिक्षकों को बहुत कुछ काम करना होगा |
कोरोना के कारण पिछले डेढ़ साल से सभी प्रकार के शैक्षणिक संस्थाएं बंद हैं ,चूँकि प्रदेश में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रही है , इस लिए दिनांक 20 जुलाई को आयोजित कैबिनेट की बैठक में बच्चों के पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए शाला खोलने का निर्णय लिया गया है ,हालाँकि अभी बोर्ड की कक्षाओं को लेकर ही स्थिति स्पष्ट हुआ है |
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कैबिनेट का कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए शाला खोलने का निर्णय-
मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कैबिनेट की बैठक में फ़िलहाल कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए शाला खोलने का निर्णय लिया गया है ,वहीं आयुक्त बस्तर सम्भाग के कोरोना के कारण बंद कराए गये आश्रम /छात्रावास एवं पोटा केबिन (कक्षा 8 वीं से 12 वीं तक के बच्चों ) को खोलने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है | इस प्रकार बस्तर सम्भाग के जिला सुकमा ,बीजापुर एवं नारायणपुर के सभी आश्रम तथा छात्रावास खोले जायेंगे |
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक के लिए स्पष्ट निर्देश नही -
कैबिनेट के बैठक में लिए गये निर्णय में प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शालाओं को खोले जाने के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट निर्देश नही है , इस लिए कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए ही शाला खुलेंगे ,शेष कक्षाओं के लिए यदि कोविड के एक भी प्रकरण नहीं है, ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतें पालकों के परामर्श से स्कूलों के संचालन का निर्णय ले सकते हैं । इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में स्कूलों के संचालन के संबंध में स्थानीय पार्षद एवं पालकों की सहमति से निर्णय लिया जाएगा |
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जारी रहेंगे ऑनलाइन कक्षाएं -
कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए शाला खोलने के निर्णय के साथ ही उच्च शैक्षणिक संस्थाए -विश्वविद्यालयों ,महाविद्यालयों ,आईटीआई ,मेडिकल कालेज ,इंजीनियरिंग कालेज ,पोलीटेक्निक चरण बद्ध रूप से खोले जायेंगे | कक्षाओं का संचालन प्रतिदिन 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ किया जाना है ,अर्थात विद्यार्थी अल्टरनेट डे कक्षा में उपस्थित होंगे ,वहीं सभी संकायों /कक्षाओं के लिए पूर्व से संचालित ऑनलाइन कक्षाएं भी यथावत संचालित रहेगी |
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शाला खुलने से पहले शिक्षकों को करना होगा ये काम -
10 वीं और 12 वीं के कक्षाएं 2 अगस्त 2021 से शुरू होंगे | कक्षाओं का संचालन 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ किया जाना है | बच्चों की उपस्थिति हेतु पालकों का सहमती अनिवार्य किया गया है अर्थात विद्यार्थियों को उपस्थिति हेतु बाध्य नही किया जा सकता ,पालकों के सहमती के आधार पर विद्यार्थी शाला आ सकते हैं |
यदि कोविड के एक भी प्रकरण नहीं है, ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतें पालकों के परामर्श से स्कूलों के संचालन का निर्णय ले सकेंगी। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में स्कूलों के संचालन के संबंध में स्थानीय पार्षद एवं पालकों की सहमति से निर्णय लिया जाएगा ,वहीं शाला में कोरोना के रोकथाम हेतु जारी गाइडलाइन अनुसार तैयारी करना होगा।
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बस्तर में शाला खोलने के मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा दिया जा चूका है आदोलन की चेतावनी -
आयुक्त बस्तर सम्भाग के कोरोना के कारण बंद कराए गये आश्रम /छात्रावास एवं पोटा केबिन (कक्षा 8 वीं से 12 वीं तक के बच्चों ) को खोलने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है ,इसके पीछे ग्रामीणों द्वारा शाला नही खोलने पर दिए जा रहे आन्दोलन के चेतावनी एक कारण हो सकता है |
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