बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले लगभग 163 शिक्षकों को मण्डल ने मूल्यांकन कार्य से किया वंचित

रायपुर - बोर्ड परीक्षा 2020 के मूल्यांकन कार्य से जुड़ी बड़ी खबर है । जिसके अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा हाई स्कूल परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले लगभग 94 हायर सेकेंडरी के 69 शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य से वंचित कर दिया गया है। मंडल द्वारा तीन श्रेणी में मूल्यांकन कर्ता शिक्षकों का सूची जारी किया गया है ,जिनके मूल्यांकन कार्य से विद्यार्थियों के प्राप्तांकों में 20 से लेकर 50 से भी अधिक अंकों का वृद्धि हुआ है |

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा दिनांक 13.10.2022 को जारी आदेश में कहा गया है, कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित हाई स्कूल/ हायर सेकेंडरी परीक्षा वर्ष 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य 29 मूल्यांकन केंद्रों में कराया गया था, इनमें से जिन मूल्यांकन कर्ताओं ने सौपे गए कार्य के प्रति गंभीर लापरवाही बरती है, उन्हें गुण दोष के आधार पर मंडल समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुरूप अलग-अलग श्रेणी में शास्ति आरोपित की जाती है।

मंडल ने जारी किया मूल्यांकन कार्य लापरवाही बरतने वाले मूल्यांकन कर्ताओं की श्रेणीवार सूची-

मण्डल द्वारा मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले मूल्यांकन कर्ताओं को मूल्यांकन कार्य से वंचित किए जाने संबंधी जारी आदेश में कहा है कि हाई स्कूल परीक्षा/हायर सेकेंडरी 2020 के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हेतु 29-29 मूल्यांकन केंद्रों में मूल्यांकन कर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई थी, जिनमें से हाई स्कूल के लगभग 94 और हायर सेकेंडरी के 69 मूल्यांकन कर्ताओं द्वारा सौपे गए कार्य के प्रति घोर लापरवाही बरती गई है।

श्रेणी एक के मूल्यांकन कर्ता जिन्हें मूल्यांकन कार्य से तीन वर्षों तक वंचित किया गया है-

मंडल द्वारा इस श्रेणी में उन मूल्यांकन कर्ताओं को रखा गया है, जिनकी ड्यूटी हाई स्कूल परीक्षा वर्ष 2020 के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में लगाई गई थी, जिनके मूल्यांकन में छात्रों के 20 से 40 अंकों की वृद्धि हुई । मंडल  द्वारा ऐसे मूल्यांकन कर्ताओं को मंडल के समस्त पारिश्रमिक कार्य से 3 वर्षों के लिए वंचित कर दिया गया है।

श्रेणी दो के मूल्यांकन कर्ता, जिन्हें मूल्यांकन कार्य से तीन वर्षों तक वंचित किया गया है-

मंडल द्वारा इस श्रेणी में हाई स्कूल परीक्षा के उन मूल्यांकन कर्ताओं के रखा गया है, जिन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरती , जिनके मूल्यांकन में छात्रों के 41 से 49 अंकों की वृद्धि हुई है। मंडल द्वारा इन मूल्यांकन कर्ताओं को मंडल के समस्त पारिश्रमिक कार्य से 3 वर्षों के लिए वंचित कर दिया गया है ,साथ ही मंडल द्वारा ऐसे मूल्यांकन कर्ताओं का शासन / विभाग से एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने का अनुशंसा किया है |

श्रेणी तीन के मूल्यांकन कर्ता, जिन्हें मूल्यांकन कार्य से सदैव के लिए वंचित किया गया है-

मंडल द्वारा श्रेणी 3 के अंतर्गत उन मूल्यांकन कर्ताओं को रखा गया है, जिनके मूल्यांकन कार्य में छात्रों के 50 से अधिक अंकों की वृद्धि हुई है। मंडल द्वारा श्रेणी 3 के अंतर्गत आने वाले मूल्य समस्त मूल्यांकन कर्ताओं को मंडल के समस्त पारिश्रमिक कार्य से सदैव के लिए वंचित कर दिया गया है |

👉हाई स्कूल परीक्षा के मूल्यांकन कार्य वंचित श्रेणीवार मूल्यांकनकर्ताओं की सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें 👇

👉 हायर सेकेंडरी परीक्षा के मूल्यांकन कार्य वंचित श्रेणीवार मूल्यांकनकर्ताओं की सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

श्रेणी 2 और 3 के मूल्यांकन कर्ताओं के एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने की अनुशंसा-

बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही बरतने वाले ऐसे मूल्यांकन कर्ता जिनके मूल्यांकन कार्य से छात्रों के 41 से 49 अंक  की वृद्धि हुई और ऐसे मूल्यांकन कर्ता जिनके मूल्यांकन में छात्रों के 50 से अधिक अंकों की वृद्धि हुई, इन दोनों ही श्रेणी के मूल्यांकन कर्ताओं का एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी / संचई प्रभाव से रोकने हेतु मंडल द्वारा शासन/ विभाग पर अनुशंसा किया गया है।

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