अब संकुल समन्वयक अपने स्कूल को बनायेंगे आदर्श ,फिर अन्य स्कूलों का करेंगें अकादमिक समर्थन

रायपुर - अब संकुल समन्वयक से नहीं लिया जाएगा गैर शिक्षकीय कार्य | शैक्षणिक गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए राज्य कार्यालय ने लिया निर्णय। इस संबंध में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, स्कूल शिक्षा विभाग , समस्त प्राचार्य डाइट तथा जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ को पत्र जारी कर दिया गया है।


दरअसल शाला संकुल के अंतर्गत नियुक्त संकुल समन्वयक का कार्य इतना ज्यादा है, कि वे स्कूलों में बच्चों के लिए समय ही नहीं दे पा रहे हैं।  नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता पर विशेष फोकस किए जाने की बात कही गई है, इसलिए शासन चाहती है, कि संकुल समन्वयक अधिक से अधिक समय बच्चों को दें।

यह कहा गया है राज्य कार्यालय से जारी आदेश में-

प्रबंधक संचालक, समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर का सख्त निर्देश की संकुल समन्वयकों से नही लिया जाय गैर शिक्षकीय कार्य ,राज्य कार्यालय समग्र शिक्षा द्वारा दिनांक 25.09.2021 को जारी पत्र के अनुसार जिलों से चर्चा के दौरान यह बात ध्यान में लाई गयी है, कि जिलों में संकुल समन्वयकों को पूर्व की भाँति जानकारियों के आदान - प्रदान एवं विभिन्न गैर - शिक्षकीय कार्यों में संलग्न किया जा रहा है ।

संकुल समन्वयक अपने स्कूल को बनायेंगे आदर्श ,फिर अन्य स्कूलों का करेंगें अकादमिक समर्थन-

प्रबन्धक संचालक ,समग्र शिक्षा ने कहा है, कि सभी जिले इस बात को अपने संज्ञान में लें, कि अब संकुल समन्वयक पूर्व की भाँति केवल शालाओं में जाकर अकादमिक समर्थन के लिए नहीं है वरन् उन्हें अपने स्कूल को अपने संकुल में सबसे बेहतर करते हुए अन्य शालाओं के लिए आदर्श शाला के रूप में प्रस्तुत करने की भी जिम्मेदारी है । 

अतः भविष्य में किसी भी गैर - शिक्षकीय कार्य एवं जानकारियों के लिए पूर्व की भाँति संकुल समन्वयकों को अनावश्यक संलग्न न किया जाए । वर्तमान में जिले में बच्चों की उपलब्धि में सुधार हेतु फोकस कर पचास दिनों की कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए । इसी प्रकार शिक्षकों को भी पूरे समय कक्षा अध्यापन में ही फोकस करने दिया जाए । उन्हें विभिन्न गैर - शिक्षकीय कार्य , शाला समय में प्रशिक्षण एवं अन्य कार्यों से दूर रखें यानी पहले cac (संकुल समन्वयक) अपने स्कूल को आदर्श (सुधार) बनाएगा फिर दूसरे स्कूलों का आकादमिक समर्थन करेगा।

संकुल समन्वयक को को तीन कालखंड पढ़ाने का है आदेश-

शाला संकुल व्यवस्था के तहत नियुक्त संकुल समन्वयकों को अपनी मूल शाला में प्रतिदिन तीन कालखंड अध्यापन का आदेश है,चूंकि संकुल समन्वयकों का काम इतना अधिक है, कि वे इसके लिए भी समय नहीं निकाल पा रहे हैं। विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों का भी कार्य संकुल समन्वयकों दिया जा रहा है |अब देखना यह है कि इस कार्य को कितना मूर्त रूप में जमीनी स्तर पर अमल हो पाता है.क्योंकि इससे पहले भी संकुल समन्वयक और शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य से दूर रखने का आदेश हुआ था ,परन्तु स्थिति यथावत बनी हुई है |

👉आदेश का पीडीऍफ़ डाउनलोड करने हेतु यहाँ क्लिक करें 👇

यही स्थिति शिक्षकों का -

शासन कोई चाहिए कि संकूल समन्वयकों की तरह शिक्षकों को भी अनावश्यक कार्य से दूर रखे ,क्योंकि कोरोना काल के बाद स्कूलों में कार्यों का भरमार है | कुछ शिक्षकों ने बताया कि स्कूल खुलने के बाद अन्य कार्यों कि इतना ज्यादा अधिकता है कि वे बच्चों के पढ़ाई के लिए बहुत कम समय ही निकल पाते हैं | 

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