स्कूल में डांस करने पर पांच शिक्षिकाओं को किया गया निलम्बित

shikshaklbnews- शिक्षिकाओं को स्कूल में डांस करना इतना महंगा पड़ गया, कि उन्हें निलम्बन तक की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। दरअसल पिछले कुछ दिनों से देश के कई राज्यों से ऐसी-ऐसी खबरें आ रही है, जिसमें सामान्य घटना के लिए कर्मचारियों को निलंबित कर दिया जा रहा है। यह कर्मचारी वर्ग के लिए चिंतनीय होता जा रहा है।

दरअसल मध्य प्रदेश के आगरा में विद्यालय परिषद की कक्षा में फिल्मी गानों और हरियाणवी गानों पर डांस करने पर 5 शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के आगरा अछनेरा के साधन क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय के 5 शिक्षिकाओं द्वारा कक्षा में डांस किया गया था, जिसका वीडियो वायरल हो गया था। 

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डांस करने पर शिक्षिकाओं किया गया निलम्बित -

मध्य प्रदेश के आगरा में जिन पांच शिक्ष्किकाओं को निलम्बित किया गया ,उनका कसूर इतना है ,उन्होंने फ़िल्मी गानों पर शाला में डांस की थी | जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच के बाद मामला सही पाए जाने पर सभी शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया है |शिक्षिकाओं को निलम्बित करने के पीछे यह तर्क दिया गया है ,उन्होंने शिक्षाप्रद गाने के स्थान पर फ़िल्मी गानों बजाकर स्कूल के गरिमा का उलंघन किया है |

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सभी शिक्षिकाएं एक ही स्कूल से-

स्कूल में डांस करने पर जिन शिक्षिकाओं को निलंबित किया गया है ,वे एक ही स्कूल से है। निलंबित शिक्षिकाओं में रश्मि सिसोदिया ,जीविका कुमारी ,अंजली यादव, सुमन कुमारी ,सुधारानी शामिल है।

शिक्षकीय पद की गरिमा के उलंघन का आरोप-

शिक्षिकाओं को जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि शिक्षिकाओं ने जो डांस किया है और इस दौरान जो फिल्मी गाने बजे हैं वह कहीं से भी शिक्षाप्रद नहीं है इसके साथ ही शिक्षिकाओं के इस कृत्य से विद्यालय की गरिमा धूमिल हुई है। ऊपर शिक्षिकाओं ने शिक्षक की अब पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। निलंबन के बाद पांचों शिक्षिकाओं को अलग-अलग ब्लॉक के संसाधन केंद्र में अटैच कर दिया गया है।

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सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूली शिक्षा के अभिन्न अंग-

 शिक्षक संगठनों ने शिक्षिकाओं के निलंबन आदेश का विरोध करते हुए कहा है, कि सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूली शिक्षा का अभिन्न अंग है। शासन द्वारा इस संबंध में समय-समय पर आदेश जारी होते रहता है। यदि शिक्षिकाओं ने बच्चों को सिखाने के बाद थोड़ा सर डांस की है, तो कोई गुनाह नहीं किए हैं। यदि डांस करने से स्कूल का गरिमा खराब होता है ,सांस्कृतिक कार्यक्रम पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाना चाहिए |

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