shikshaklbnews - वेल एजुकेटेड टीचर से महज आठवीं पास युवक ने ऑनलाइन ठगी कर ली। ठग ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर टीचर को फोन किया और बैंक से संबंधित सारी डिटेल हासिल कर ली। इसके बाद वॉलेट के जरिए उसने शिक्षिका के खाते से तकरीबन ₹73000 निकाल लिए। शिक्षिका के रिपोर्ट के आधार पर राजीम पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मामला छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से है, जहां विकासखंड छुरा के सरकारी स्कूल में पदस्थ राजिम निवासी शिक्षिका के खाते से ऑनलाइन ठगी के माध्यम से ठग ने 73000 रुपये निकाल लिए। इसकी भनक जब शिक्षिका को लगा तब उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की जिसके बाद राजिम पुलिस द्वारा मास्टरमाइंड सहित झारखंड से 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इसे भी पढ़ें -शिक्षा सत्र 2021-22 के लिए दशहरा ,दीपावली ,शीतकालीन तथा ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा
ऐसे हुई ऑनलाइन ठगी के शिकार-
घटना मई महीने का है ,परन्तु हाल ही में आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिली है | शिक्षिका गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड के एक सरकारी स्कूल में पदस्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षिका के पति का निधन अप्रैल माह में हो गया था, इसके बाद वह एक बैंक में एटीएम खुलवाने के लिए आवेदन की थी और पति के खाता को बंद कराना चाहती थी। इसी बीच झारखंड निवासी दिलकश अंसारी ने शिक्षिका को फोन किया उसने कहा मैं बैंक से बात कर रहा हूं आपके खाते से संबंधित कुछ जरूरी डिटेल्स चाहिए, इसके बाद आपका एटीएम खुल जाएगा।
चंद मिनटों में निकाल लिए 73000 रुपये-
शिक्षिका उसके झांसे में आ गई और बैंक संबंधी सभी जानकारी दे दी इसके कुछ ही देर बाद उसके खाते से 73000 रुपये कट गए। उसके बाद शिक्षिका ने उस नंबर पर वापस फोन लगाया लेकिन उसका नंबर बनाने लगा। जब उन्होंने बैंक जाकर पता किया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि बैंक वालों ने बताया कि उनके द्वारा इस तरह का जरूरी डिटेल कभी फोन के माध्यम से नहीं पूछा जाता।
इसे भी पढ़ें - माह अक्टूबर में स्कूलों का निरिक्षण हेतु 15 बिंदु तय किया गया ,इसके आधार पर होगी मोनिटरिंग
ठगों को पकड़ने में इस तरह मिली कामयाबी-
शिक्षिका द्वारा पूरे मामले की शिकायत राजिम थाने में दर्ज कराई थी, इसके बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा साइबर टीम की मदद से जांच शुरू की गई। परंतु ठगों के संबंध में कुछ पता नहीं चल पा रहा था इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि इस तरह के ठग झारखंड के देवघर जिले के मोहनपुर थाना के मोरने गांव में रहते हैं। पुलिस विभाग द्वारा टीम मोरने रवाना की गई और कुछ आरोपियों से पूछताछ किया गया ,जिसमें दिलकश अंसारी का नाम सामने आया इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया उसकी निशानदेही पर अन्य साथी समरुद्दीन अंसारी , बदरुद्दीन अंसारी और समीना अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया है।
महज आठवीं पास है ऑनलाइन ठगी के आरोपी-
पूरे मामले में हैरान कर देने वाली बात यह है कि आरोपी कोई वेल एजुकेटेड नहीं है ,वह महज आठवीं पास है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस गांव में महज 1500 की आबादी है, लगभग पूरा गांव ऑनलाइन ठगी में माहिर हैं।
किसी कारपोरेट ऑफिस की तरह काम करते हैं ठग-
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठगों का गिरोह किसी कारपोरेट ऑफिस की तरह ठगी की घटना को अंजाम देते हैं। ये सभी कार्यालयीन समय में फोन करते हैं और अपने आप को बैंक के अधिकारी बताते हैं। ये इस काम में इतने माहिर हो चुके हैं, कि पढ़े लिखे लोग भी इनके झांसे में आसानी से आ जाते हैं।
त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा ऑनलाइन ठगी के केस-
त्योहार के सीजन में सबसे ज्यादा ऑनलाइन ठगी की घटनाएं सामने आती है , क्योंकि त्यौहार के सीजन में विभिन्न ऑनलाइन कंपनियां कई सामानों में भारी डिस्काउंट का ऑफर देते हैं।
इसे भी पढ़ें - कोरोना से मृत्यु पर आवेदन के 30 दिन के अंदर मिलेगा मुआवजा
ऑनलाइन ठगी होने पर तत्काल इस नंबर पर करें कॉल-
इस प्रकार के ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए MHA एक नंबर जारी किया गया है , यह सुविधा फिलहाल छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के लोगों के लिए शुरू की गई है , यदि धोखे से आपके खाते से ऑनलाइन रुपए निकाल लिया जाता है तब आप तत्काल इस नंबर पर रजिस्टर नम्बर से कॉल करें, जिससे आप के खाते के ट्रांजैक्शन को रोक दिया जाएगा।
join our whatsapp groups:-
0 Comments