पदोन्नति के सम्बन्ध में कैबिनेट निर्णय के बाद कला विषय वाले शिक्षकों को सताने लगा डर

shikshaklbnews रायपुर- कल हुए कैबिनेट की बैठक में सहायक शिक्षकों को प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक एवं उच्च वर्ग शिक्षक के पदों में पदोन्नति हेतु प्रस्ताव पारित कर दिया गया है , इसके साथ ही सहायक शिक्षकों का पदोन्नति का रास्ता साफ हो गया है , परन्तु कला विषय वाले शिक्षकों को डर सताने लगा है ,की कहीं उनका प्रमोशन में नाम नही आया तो फिर क्या ?

कैबिनेट की बैठक में शिक्षकों के पदोन्नति के संबंध में लिए गए फैसले के बाद प्रदेश के अलग-अलग शिक्षक संगठनों द्वारा मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। ज्यादातर शिक्षक संगठनों ने कैबिनेट में लिए गए पदोन्नति में छूट संबंधी निर्णय का स्वागत किया है , परंतु सभी संगठनों का कहना है , कि जब तक सहायक शिक्षक एलबी का वेतन विसंगति को दूर करते हुए प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर क्रमोन्नत वेतनमान सहित शिक्षा विभाग में प्रचलित समस्त लाभ प्रदान नहीं किया जाता तब तक पदोन्नति में जो लाभ मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाएगा।

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पदोन्नति वर्ष सीमा मे कटौती स्वागत योग्य ,पर वेतन विसंगति पहले दूर हो -

सहायक शिक्षकों का कहना है, कि पदोन्नति में 5 वर्ष की सीमा को हटाकर 3 वर्ष किए जाने से सहायक शिक्षक और शिक्षक एलबी लाभान्वित होंगे , किंतु सहायक शिक्षकों का वेतन विसंगति की समस्या दूर नही होने उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा | सभी शिक्षकों का पदोन्नति तो होगा नही ,क्योंकि पदोन्नति लिए प्रधान पाठक का लगभग 22 हजार पद ही रिक्त है | पदोन्नति में नाम नही आने वाले शिक्षकों का क्या होगा ?

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पहले भी विज्ञान विषय वाले जुनियर शिक्षक हो गये हैं सीनियर -

कला विषय वाले सहायक शिक्षकों का कहना है , कि शिक्षाकर्मी के पद पर रहते हुए पदोन्नति हुआ था ,उसमे विज्ञान विषय वाले जूनियर शिक्षक पदोन्नति के बाद उनसे सीनियर हो गये हैं ,और वे आज भी क्रमोन्नति का राह तक रहे हैं , यदि इस बार सिर्फ पदोन्नति ही दिया जाता है और क्रमोन्नति नही दिया जाता , तब तो वे और ज्यादा पीछे हो जायेंगे |

क्या प्रमोशन में नाम नही आने पर मिलेगा क्रमोन्नति -

कैबिनेट की बैठक में शिक्षाकर्मियों के पदोन्नति के वर्ष बंधन को शिथिल कर दिया गया है , इस प्रकार पदोन्नति के लिए 5 वर्ष की सेवा अवधि के स्थान पर 3 वर्ष की सेवा अवधि करने पर कैबिनेट की बैठक में मुहर लगा दिया गया है , परंतु क्या पदोन्नति नहीं मिलने पर शिक्षकों को क्रमोन्नति दिया जाएगा इस संबंध में अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।

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कैबिनेट में लंबित महंगाई भत्ते पर निर्णय नहीं लेने से कर्मचारियों में निराशा-

कैबिनेट की बैठक का इंतजार कर रहे कर्मचारियो इस बार भी निराशा हाथ लगा है , क्योंकि राज्य शासन के कर्मचारियों को भरोसा था , कि इस बार के कैबिनेट की बैठक में लंबित 14% महंगाई भत्ते पर निर्णय जरूर आएगा , परंतु ऐसा नहीं हुआ।

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1 Comments

  1. पहले सहायक शिक्षक एल बी का वेतन विसंगति दूर होना चाहिए तभी न्याय होगा,पदोन्नति से कुछ ही लोगों को लाभ होगा बाकी लोग ठगे से महसूस करेंगे,इससे शासन को भी आत्मशांति नहीं मिलेगी।

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