रायपुर- सहायक शिक्षकों के आंदोलन को लेकर सरकार सख्त नजर आ रही है । डीपीआई ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर अनुपस्थित शिक्षक की लिस्ट भेजने का आदेश जारी किया तो सहायक शिक्षकों ने प्रण लेते हुए कहा है, कि इस बार की वापसी का मतलब मरण होगा या तो रण में शहीद होकर आएंगे या फिर वेतन विसंगति दूर कराकर आएंगे ।
दरअसल लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ द्वारा दिनांक 14.12.2021 को समस्त जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर कहा है , कि जो शिक्षक पूर्व सूचना अथवा नियमानुसार अवकाश स्वीकृत कराए , अपने मुख्यालय से अनुपस्थित है उनकी जानकारी प्रतिदिन भेजें एवं अनाधिकृत अनुपस्थिति के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही कर संचालनालय को सूचित करें।
जेल भरो आंदोलन से पहले सहायक शिक्षकों ने लिया प्रण-
दरअसल व्हाट्सएप ग्रुप में सहायक शिक्षक एलबी का एक एसएमएस तेजी से वायरल हो रहा है , जिसमें उन्होंने कहा है कि इस बार वापसी का मतलब मरण ही होगा या तो रण में शहीद होंगे या फिर 9300 लेकर आएंगे उससे कम मंजूर नहीं।
शिक्षक ने आगे लिखा है कि साथियों अगर अभी सरकार पदोन्नति भी देगी तो मुझे मंजूर नहीं वेतन विसंगति पहले दूर हो फिर बाद में पदोन्नति दे।
संकुल समन्वयकों ने किया प्रशिक्षण का बहिष्कार-
सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले आयोजित अनिश्चितकालीन आंदोलन के मद्देनजर लोरमी विकास खंड के संकुल समन्वयकों ने डाइट पेंड्रा में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम उपस्थित नहीं हो पाने की सूचना विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिए हैं।
दरअसल मुंगेली जिले के लोरमी विकास खंड के अंतर्गत कार्यरत संकुल समन्वयकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण डाइट पेंड्रा में आयोजित होना है। संकुल समन्वयक ने अनिश्चितकालीन आंदोलन में सम्मिलित होने के कारण प्रशिक्षण में उपस्थित होने में असमर्थता जाहिर कर दिए हैं।
संकुल समन्वयकों ने प्रशिक्षण में उपस्थित होने में असमर्थता जताई 👇
सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांत अध्यक्ष मनीष मिश्रा का संदेश-
इधर सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांत अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा है कि सहायक शिक्षकों पर कार्रवाई से जुड़ी आदेश बताती है कि शासन प्रशासन में आंदोलन को लेकर हलचल तेज हो चुकी है। ऐसी स्थिति में जेल भरो आंदोलन बहुत मायने रखती है।
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