रायपुर - सहायक शिक्षक एलबी संवर्ग की मुख्य मांग वेतन विसंगति के संबंध में गठित कमेटी की रिपोर्ट में देरी से सहायक शिक्षक फेडरेशन ने एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। इसी के साथ ही अलग-अलग विकास खंडों में आंदोलन को लेकर अगल -अगल खबरें आ रही है।
सहायक शिक्षक फेडरेशन के अनुसार समस्त 1 लाख 9 हजार सहायक शिक्षक 11 और 12 तारीख को ब्लॉक स्तरीय धरना प्रदर्शन में भाग लेंगे और 13 दिसंबर को रायपुर बूढ़ा तालाब में विधानसभा घेराव कार्यक्रम में उपस्थित होंगे । वहीं 14 तारीख से जब तक सहायक शिक्षकों का 1 सूत्री मांग वेतन विसंगति दूर नहीं हो जाती तब तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रहेगी।
गरियाबंद ,कोंडागांव, महासमुंद, गौरेला पेंड्रा जिले में सहायक शिक्षकों ने भरी हुंकार-
सहायक शिक्षक फेडरेशन द्वारा आंदोलन के संबंध में कार्यक्रम निर्धारित करते ही अलग-अलग जिलों से सहायक शिक्षकों में आंदोलन को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गरियाबंद, गौरेला पेंड्रा कोंडागांव, महासमुंद जैसे जिलों में सहायक शिक्षक जिला/विकास खण्ड स्तर पर बैठक लेकर आंदोलन को सफल बनाने के लिए रणनीति बना रहे हैं।
इस विकास खंड में सहायक शिक्षकों ने दिया हड़ताल में जाने की सामूहिक सूचना -
बिलासपुर जिले विकास खंड तखतपुर में सहायक शिक्षकों ने फेडरेशन के आह्वान पर अनिश्चित कालीन आन्दोलन में शामिल होने की सामूहिक सूचना विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यलय को दे दिए हैं | सहायक शिक्षक ब्लाक अध्यक्ष के अनुसार तखतपुर विकास खंड से भारी संख्या में सहायक शिक्षक आन्दोलन में शामिल होंगे तथा मांग पूरी होने पर ही वापस लौटेंगे |
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के विकास खंड अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों का इस्तीफा-
सहायक शिक्षक फेडरेशन द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा करते ही जांजगीर जिले के सक्ती विकासखंड में ब्लॉक अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के पद से त्यागपत्र दे दिए हैं। त्यागपत्र देने वाले पदाधिकारियों में इंद्र कुमार पटेल (ब्लॉक अध्यक्ष) निलेश यादव (कार्यकारी अध्यक्ष) कमलेश्वर पटेल (उपाध्यक्ष) पंकज कुमार नंदे (महासचिव) वीरेंद्र कुमार पटेल (जिला पदाधिकारी) का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। हालांकि सभी ने त्यागपत्र का कारण व्यक्तिगत कारण को बताया है।
समाज को एकता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों में ही कई फाड़-
शासकीय सेवकों में यदि किसी को सबसे ज्यादा सम्मान के नजरिए से देखा जाता है वह है शिक्षक। क्योंकि शिक्षक ही समाज को एक नई दिशा दिखाता है , परंतु शिक्षक संगठन ही के ग्रुपों में बटा हुआ है। कहीं शिक्षकों की यही कमजोरी उनकी मांगों पर भारी ना पड़ जाए।
0 Comments