shikshaklbnews - शाला कोष योजना के अंतर्गत स्कूलों को शिक्षकों की उपस्थिति तथा अन्य शैक्षणिक कार्य संपादन हेतु टेबलेट प्रदाय किया गया था | ज्यादातर स्कूलों का टेबलेट एक या दो शिक्षा सत्र मुश्किल से चला है ,उसके बाद या तो पूरी तरह से खराब हो गया है या मरम्मत योग्य हो गया है । राज्य परियोजना कार्यालय स्कूलों को प्राप्त बायोमैट्रिक बलेट को सुधार कराने की तैयारी कर रही है , ताकि शिक्षकों की उपस्थिति के साथ-साथ अन्य शैक्षिक कार्य संपादन किया जा सके।
राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा दिनांक 7 मार्च 2022 को समस्त जिला शिक्षा अधिकारी जिला परियोजना अधिकारी तथा समस्त जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा को शाला कोष योजना के अंतर्गत प्रदाय किए टेबलेट को सुधार कराने का निर्देश जारी किया गया है।
राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा शाला कोष योजना के अंतर्गत प्राप्त टेबलेट को सुधार कराने हेतु जारी निर्देश में कहा गया है कि शाला कोष योजना के अंतर्गत जिले की शालाओं एवं संकुल समन्वयकों को टेबलेट प्रदान किया गया था उक्त टेबलेट यदि खराब हो गया हो तथा सुधार के लायक हो तो टेबलेट का सुधार स्थानीय बाजार से कराया जाये।
शाला अनुदान की राशि से कराना है मरम्मत-
राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा जारी निर्देश के अनुसार यदि शाला कोष योजना के अंतर्गत प्राप्त टेबलेट खराब हो गया है और यदि वह सुधार योग्य है तो टेबलेट का सुधार स्थानीय बाजारों में कराना है तथा इसके लिए शाला अनुदान की राशि का उपयोग करना है।
ज्यादातर स्कूलों का टेबलेट पूरी तरीके से हो गया है खराब-
शाला कोष योजना के अंतर्गत जो टेबलेट स्कूलों का प्रदाय किया गया था , उसमें में शुरुआत से ही कई तरह की शिकायत मिल रही थी, जैसे- टेबलेट का बैटरी फट जाना, टेबलेट का बैटरी चार्ज ना होना, टेबलेट गिरने से स्क्रीन पूरी तरीके से बर्बाद हो जाना आदि आदि । राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा एक बार फिर से बायोमेट्रिक टेबलेट को ठीक कराने का निर्देश जारी किया गया है , परन्तु जिन स्कूलों का टेबलेट पूरी तरीके से खराब हो गया है उनके लिए अभी स्पष्ट निर्देश नहीं है , जो टेबलेट सुधार योग्य है ,उन्हें सुधार कराने की बात कही गई है |
👉राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा जारी निर्देश यहाँ से डाउनलोड करें
टेबलेट उपयोग के लिए कवरेज एक बड़ी समस्या-
शाला कोष योजना के अंतर्गत स्कूलों को प्राप्त टेबलेट में ज्यादातर समस्या कवरेज को लेकर होता था , ट्राइबल क्षेत्रों में जो गॉव शहर से दूर है ,वहां टेबलेट से काम करना बहुत मुश्किल होता था। हालांकि स्थिति पहले से ज्यादा बेहतर हो चुका है, ज्यादातर गांव के लोग इंटरनेट सुविधा का लाभ ले रहे हैं, ऐसे में टेबलेट इस्तेमाल में ज्यादा परेशानी नहीं होना चाहिए।
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